मास्‍क पहनने के बावजूद शरीर में प्रवेश कर रहा है कोरोना वायरस

मास्‍क पहनने के बावजूद शरीर में प्रवेश कर रहा है कोरोना वायरस

सेहतराग टीम

कोरोना का कहर जारी है। इससे संक्रमित न हों इसलिए मेडिकल एक्सपर्ट के कहे अनुसार लोग मास्क पहन रहे हैं और लोगों से दूरी भी बनाकर कर रख रहे हैं। लेकिन हालिया शोध में नई बात सामने आई है कि मास्क पहनने और 3 फीट की दूरी पर रहने के बावजूद कोरोना वायरस शरीर में प्रवेश कर रहा है। शोधकर्ताओं का कहना है कि अगर कोई कोरोना संक्रमित व्‍यक्ति लगातार खांस रहा है तो मास्‍क पहनने का कोई मायने नहीं हैं।

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दरअसल यह बात साइप्रस के यूनिवर्सिटी ऑफ निकोसिया के वैज्ञानिकों ने बताई है। उन्‍होंने मास्‍क पहनने के बाद भी 6 फुट की दूरी बनाए रखने की अपील की है। वैज्ञानिकों का यह अध्‍ययन ऐसे समय पर आया है जब दुनियाभर में उद्योगों की तरफ से सरकार पर दबाव डाला जा रहा है कि वे सोशल डिस्‍टेंसिंग के नियमों में ढील दें।

इस शोध के सह लेखक दिमित्रिस डिकाकिस ने कहा कि केवल मास्‍क कोरोना वायरस से संक्रमित होने से नहीं रोक सकता है। उन्‍होंने कहा कि कुछ ड्रापलेट मास्‍क शील्‍ड के अंदर घुस जाने में सक्षम हो जाते हैं। यही नहीं पीड़‍ित मरीज के ड्रापलेट 4 फुट तक जा सकते हैं। हालांकि इनमें से ज्‍यादातर एक मीटर यानि 3 फुट तक ही जाते हैं।

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पहले के शोध और हालिया शोध में पता चला है कि मास्‍क हवा में पाए जाने वाले कोरोना वायरस के ड्रापलेट के संक्रमण को कम कर देता है लेकिन पूरी तरह से उसका खात्‍मा नहीं करता है। हालांकि बिना मास्‍क के ड्रापलेट करीब 6 फुट की दूरी तक चला जाता है। इसलिए मास्‍क कोरोना के खतरे को कम करने में मददगार है।

 

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